भारत की अर्थव्यवस्था काफी सुस्त है, GDP नीचे गिरकर 4.8 पर आ गई है, मंहगाई का स्तर भी उंचा हो गया है। ऐसे में लोगों की नजर इस Budget (बजट) पर टिकी है।
दो दिन बाद यानी 1 फरवरी शनिवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अपना दूसरा बजट संसद में पेश करेंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने यह बजट पिछले 10 साल का सबसे कठिन और चुनौतियों वाला होगा। भारत की अर्थव्यवस्था काफी सुस्त है, GDP नीचे गिरकर 4.8 पर आ गई है, मंहगाई का स्तर भी उंचा हो गया है। ऐसे में लोगों की नजर इस बजट पर टिकी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि वित्त मंत्री अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए क्या घोषणाएं करती हैं।
पिछले 10 साल की बात करें तो मोदी सरकार में काफी तेजी से अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है। ऐसे में सरकार और वित्त मंत्री की चुनौतियां काफी बड़ी हैं, राजकोषीय घाटा लक्ष्य से ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है। साथ ही टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य भी कम रहने की आशंका है। GDP लगातार घट रही है जिसकी वजह से महंगाई बढ़ रही है और स्टैगफ्लेशन जैसी स्थिती बन रही है, जिसके कारण रोजगार में कमी देखने को मिल रही है। जानते हैं वो कौन-कौन सी प्रमुख चुनौतियां है, जिसका सामना सरकार को इस बजट में करना पड़ सकता है। Read More
AB STAR NEWS के ऐप को डॉउनलोउड कर सकते हैं. हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो कर सकते हैं
No comments:
Post a Comment