OIC एक इस्लामिक देशों का संगठन है जिन्होंने हाल ही में भारत से जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा खत्म करने के निर्णय को वापस लेने को कहा है।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए हुए काफी दिन बीत चुके हैं लेकिन यह मामला अभी तक ठंडा नहीं हुआ है। कश्मीर के कई नेता अभी तक नजरबंद किए हुए हैं। कश्मीर में कारोबार और इंटरनेट सुविधा अभी तक ठप पड़ी हुई है। जैसे ही यह मामला ठंडा होने की तरह बढ़ता है तभी किसी बड़े नेता का बयान आ जाता है। कई विदेशी बड़े नेता भी कश्मीर मुद्दे को लेकर अपनी बात को रख रहे हैं। और यह बयानों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत से सत्ता में आते ही नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया। अलगाववादी नेता और कुछ विपक्षी पार्टी के नेताओं ने सरकार के इस फैसले का पुरजोर विरोध किया। पाकिस्तान भी भारत के इस फैसले से पूरी तरह परेशान दिखा और उसने इसका विरोध किया। पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को लेकर कई बड़े देशों के पास भी गया लेकिन उसे कहीं से कामयाबी नहीं मिली।
जानकारी के लिए बता दें कि OIC एक इस्लामिक देशों का संगठन है जिन्होंने हाल ही में भारत से जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा खत्म करने के निर्णय को वापस लेने को कहा है। और वहां OIC तथा संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रवेश को मंजूरी देने के लिए कहा जिससे वहां संगठित और व्यवस्थित मानवाधिकार उल्लंघनों की रिपोर्ट्स की स्वतंत्र जांच हो सके। आपको बता दें कि ओआईसी संगठन में 57 देश शामिल है।
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