
मायका डिनर आने का वादा कर आखिर क्यों नही पहुंच पाई आस्था? हमेशा से पढ़ाई में टॉपर रही आस्था का चयन आईआईटी और एमबीबीएस में हो गया था, लेकिन उसने इंजीनियरिंग करने से डॉक्टर बनना बेहतर समझा और वहां भी हमेशा टॉप पर रही। वह एमडी करने के बाद भी सुपर स्पेशलिटी क्रिटीकल केयर की पढ़ाई व नौकरी एक साथ कर रही थी।
पापा कल रात मैं और उदित डिनर आपके साथ करेंगे…। आस्था के परिजन यह कहते हुए रो पड़े। उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि जिस बेटी के घर आने का इंतजार कर रहे थे, वह दुनिया ही छोड़ गई। आस्था ने शनिवार दिन में अपने पिता से मोबाइल फोन पर चैट कर रविवार शाम अपने मायके आकर डिनर करने का वादा किया था।
आस्था के परिवार में पिता रमेश मुंजाल, मां श्वेता व भाई आनंद है। परिवार का अपना कारोबार है। एक रिश्तेदार ने बताया कि शादी के बाद आस्था पूसा रोड स्थित ससुराल में रह रही थी। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। शनिवार को आस्था ने नया मोबाइल खरीदा था। दोपहर में खाना खाने के बाद वह पति के साथ मोबाइल का नया कवर भी खरीदने गई थी।Read More
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