कल शाम प्रेस कॉन्फेस में लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखें रविवार को घोषित कर दी गईं। इस तारीखों की घोषणा होने के साथ ही एक नया विवाद सामने आया है।
उत्तर प्रदेश, बिहार और कोलकाता में वोटिंग की तारीखों को लेकर विवाद सामने आया है। कहा जा रहा है कि चुनाव की तारीखें रमज़ान के महीने में रखी गई हैं, जिससे रोजेदारों को वोटिंग के लिए जाने में परेशानी होगी।इस विवाद को लेकर मुस्लिम नेताओं और मौलानाओं ने चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाया है। इतना ही नहीं, उन्होंने इन तारीखों में बदलाव की मांग की है।
बता दें कि लखनऊ में मुस्लिम धर्म गुरु खालिद रशीद फिरंगी महली, बंगाल में ममता सरकार के मंत्री फिरहाद करीम और दिल्ली में आप विधायक अमानतुल्ला को रमज़ान के दिनों में मतदान की तीन तारीखों को लेकर आपत्ति जताई है।
मौलाना फिरंगी महली ने कहा कि पांच मई को मुसलमानों के सबसे पवित्र महीने माहे रमज़ान का चांद देखा जाएगा। मौलाना ने कहा कि अगर चांद दिख जाता है तो 6 मई से रोजा शुरू हो जाएगा। रोजा के दौरान देश में 6 मई, 12 मई और 19 मई को मतदान है,जिससे देश के करोड़ों रोजेदारों को परेशानी होगी। उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए| Read More
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