
एग्जाम आते ही
बच्चों का मानसिक तनाव बढ़ने लगता है ऐसे में बलिया के एक स्कूल ने मनोचिकित्स्कों
एवं परमार्शदाताओं से बच्चों का परीक्षण कराया ! मनोचिकित्स्को का कहना है की पढ़ाई
का बोझ और सपनो को पूरा करने का दबाव बच्चों से उनका बचपन छीन रहा है !
क्या पढ़ाई के बोझ तले बच्चों से उनका बचपन छीना जा रहा है ? क्या पेरेंट्स के सपनो को पूरा करने का दबाव
मासूमों के लिए तनाव का कारण बन रहा है ? बच्चों की मानसिक स्थिति को जानने के लिए बलिया के एक स्कूल ने मनोचिकित्स्कों एवं परमार्शदाताओं से छात्रों
की जांच कराई !बच्चों
ने भी कहा की पढ़ाई का बोझ और कुछ ख़ास विषयों का दबाव
उन्हें परेशान करता है !
बाईट - छात्रा

हालांकि देश की वर्तमान शिक्षा पद्धति
में बच्चों पर किताब का बोझ हद से ज्यादा बढ़ चुका है ऐसे में पर्सेंटेज का
पैरामीटर और पैरेंट्स के सपनों को पूरा करने का दबाव बच्चों के लिए मानसिक तनाव का कारण बन रहा है !
परामर्शदाता पूजा भट्ट का कहना है की स्कूल और पैरेंट्स बच्चों की मानसिक
परेशानियों को कई बार अनदेखा कर देते जो बच्चों के विकास में बड़ा बाधक बनता है ऐसे में
जागरूकता जरूरी है की बच्चों की समस्याओं के बारे में जाना जाए और उसका निदान भी
किया जाए !
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