
ताजा मामला गाजियाबाद के उस गांव का है जिस गांव को खुद केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एवं स्थानीय सांसद
जनरल वीके सिंह ने गोद लिया है और इसके बेहतर विकास के लिए सरकार की तमाम योजनाओं
को लागू किया गया है। लेकिन गांव के प्राथमिक विद्यालय की हालत देखिए यहां खुद मिड
डे मील खाने के बाद छात्र खुद ही बर्तन धो रहे हैं। स्कूल प्रशासन
की लापरवाही के चलते छात्र यहां सफाई कर्मचारी बनकर रह गए हैं। आपको बता दें कि
बच्चों से जब इस बारे में पुछा गया तो बच्चों का साफ तौर पर कहना है कि उनकी
अध्यापिका ने ही उन्हें बर्तन धोने के आदेश दिए हैंl
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