
मायावती ने कहा है कि माननीय सुप्रीम कोर्ट की विशेष पीठ बाबरी मस्जिद और राम जन्म भूमि सुनवाई के बाद जो भी फैसला आए उसका सभी को सम्मान करना चाहिए।
आज के दौर में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का मुद्दा इतना प्रसिद्ध हो गया है कि जो बच्चा अभी 16 साल की उम्र का भी नहीं हुआ है वह भी इस मुद्दे को अच्छे से जानता है। यह मुद्दा कोई नया नहीं है यह सदियों से चला आ रहा है।
जिसके लेकर बयानबाजी भी होती रही है। बयानबाजी का दौर अब भी जारी है जिसमें अब मायावती ने अपनी हाजिरी दर्ज करवाई है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि माननीय सुप्रीम कोर्ट की विशेष पीठ बाबरी मस्जिद और राम जन्म भूमि सुनवाई के बाद जो भी फैसला आए उसका सभी को सम्मान करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि इस फैसले की वजह से देश में सांप्रदायिक दंगे बिल्कुल नहीं होने चाहिए। देश में शांति बनी रहनी चाहिए।

चुनाव के आसपास हर राजनीतिक पार्टी इस मुद्दे को अपना चुनावी मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ती हैं और कई बार तो कई राजनीतिक पार्टी इसे मुद्दा बनाकर चुनाव जीत भी जाती है। आज तक ना जाने कितने मासूमों की राम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर जाने चली गई लेकिन ना तो यहां कभी मंदिर बनाया ना कभी मस्जिद बन पाई।
जानकारी के लिए बता दें कि अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई चल रही है। जानकारी मिली है कि सर्वोच्च न्यायालय ने 17 अक्टूबर तक सुनवाई खत्म करने का निर्देश दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार अयोध्या मामले पर कोई ना कोई बड़ा फैसला आ ही जाएगा। सुप्रीम कोर्ट का फैसला होने की वजह से हर किसी को उस फैसले का सम्मान करना पड़ेगा। अयोध्या मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा बयान दे दिया है जिसके बाद राजनीतिक हलचल बढ़ गई है।
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