लोकसभा चुनाव 2019 की सबसे बड़ी चुनावी जंग के लिए बिगुल बज चुका है। कल शाम 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस मे चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। तारीख का एलान होते ही देश में आचार संहिता लागू हो गई है। चुनाव आयोग ने रविवार को चुनाव तारीखों का ऐलान किया, इस बार सात चरणों में आम चुनाव होंगे। 11 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे और आखिरी तारीख 19 मई को वोट डाले जाएंगे। तो वहीं 23 मई को नतीजे का एलान होगा। बता दें कि चुनाव तारीखों के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेताओं ने आम लोगों को लोकतंत्र के इस महापर्व की बधाई दी।
क्या है आचार सहिता
आचार सहिता का साफ मतलब है कि राजनैतिक दलों को अब कई नियमों का पालन करना होगा। इस दौरान चुनाव आयोग के हर फैसले को राजनीतिक दलों को बहुत सत्रक के साथ पालन करना होगा। निर्देशों को उल्लंघन करने पर चुनाव आयोग को यह अधिकार होगा कि वह कार्रवाई करे। आपमें से कुछ लोगों के मन में इसको लेकर सवाल आ रहे होंगे कि आखिर यह आचार संहिता क्या होती है। इसके लागू होने के बाद पॉलिटिकल पार्टियों पर क्या-क्या निर्देश प्रभावी हो जाते हैं।
चुनाव की तारीक के एलान के साथ ही राजनेताओं को गाइडलाइन जारी किए जाते हैं कि चुनाव के दौरान उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है इन नियमों का पालन चुनावी उम्मीदवारों को ना सिर्फ अपने भाषणों में करना होता है बल्कि सभी प्रकार के चुनावी प्रचार और यहां तक कि उनके घोषणापत्रों में भी करना होता है। संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत निष्पक्ष और निर्विवाद चुनाव संपन्न कराना इसका मुख्य मकसद होता है। Read More
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