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Tuesday, December 10, 2019

इस मिसाइल टेस्ट के बाद एलीट क्लब में शामिल हो जाएगा भारत


भारत सबसे शक्तिशाली मिसाइल का परीक्षण करेगा जो परमाणु निरोधक का काम करेगी


भारत (India) अपनी सामरिक शक्ति बढ़ाने के लिए एक कदम और आगे बढ़ रहा है. भारत सबसे शक्तिशाली मिसाइल का परीक्षण करेगा जो परमाणु निरोधक का काम करेगी. इस मिसाइल का परीक्षण पूर्वी तट पर किया जाएगा. एक रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों ने जानकारी दी है कि सबमरीन से लॉन्च होने वाली इस मिसाइल K-4 (Missle K4) का परीक्षण होगा. इस परीक्षण की सफलता तकनीक के साथ-साथ मौसम पर भी आधारित होगी.


यह मिसाइल 3500 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है. साथ ही यह अरिहंत क्लास परमाणु पनडुब्बी के लिए बनाई गई है. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) की ओर से तैयार की गई इस मिसाइल को डेवलपमेंट ट्रायल के तौर पर पानी के नीचे पांटून से टेस्ट किया जाएगा.

चक्रवात बुलबुल की वजह से टालना पड़ा था टेस्ट

इस मिसाइल की पहले नवंबर के शुरुआती हफ्ते में परीक्षण करने की योजना थी हालांकि चक्रवात बुलबुल (Bulbul cyclone) की वजह से इसे टालना पड़ा था. k4 के आखिरी परीक्षण की कोशिश साल 2017 में भी की गई थी. साथ ही इसके डेवलपमेंट प्रोसेस में तेजी लाने की बात कही गई थी. बता दें देश की दूसरी न्यूक्लियर सबमरीन INS अरिघात का काम भी पूरा होने को है और यह भी जल्द ही परीक्षण के लिए तैयार हो जाएगी.

Image result for Missile K4



बता दें भारत अगर K-4 न्यूक्लियर मिसाइल का सफल परीक्षण कर लेता है तो वह अमेरिका, फ्रांस, चीन, ब्रिटेन और रूस के बाद छठा ऐसा देश होगा जिसके पास वॉटर न्यूक्लियर मिसाइल होगी. देश की पहली न्यूक्लियर आर्म्ड सबमरीन आईएनएस अरिहंत को अगस्त 2016 में नेवी को सौंपा गया था. उस समय से ही इस बात को लेकर चर्चा थी कि आईएनएस अरिहंत से ही न्यूक्लियर मिसाइल को दागा जाएगा.

बता दें इस मिसाइल के परीक्षण के लिए समुद्री जहाजों का आगाह कर दिया गया है. हिंद महासागर तक फैले 3000 किलोमीटर लंबे उड़ान मार्ग को बंद करने के लिए नोटिस भी जारी कर दिया गया है.

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