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Tuesday, December 10, 2019

भीम में कैसे आया दस हजार हाथियों का बल?

पाण्डु पुत्र भीम के बारे में कहा जाता है कि उनमें दस हजार हाथियों का बल था और इसके बल से उन्होंने अकेले ही नर्मदा नदी का प्रवाह रोक दिया था।  लेकिन भीम में दस हजार हाथियों का बल कैसे आया ? यह कहानी भी बड़ी ही रोचक है।
जब कौरव और पांडव छोटे थे तो भीष्म के संरक्षण में वे खेल – कूद, तीर चलाना आदि आदि खेल खेलते थे।  भीम इन सबमें कौरवों को हरा देते थे। इससे धृतराष्ट्र के सबसे बड़े पुत्र दुर्योधन के मन में भीम के प्रति दुर्भावना पैदा हो गयी।
वह भीम को मारने की योजना बनाने लगा। दुर्योधन ने योजनानुसार खेलने के लिए गंगा तट पर शिविर लगवाया।  उस स्थान का नाम उदकक्रीडन रखा गया।
पांडव भी वहाँ आये और एक दिन मौक़ा पाकर दुर्योधन ने भीम के भोजन में विष मिला दिया।  विष के असर से भीम बेहोश हो गए और उसके बाद दुर्योधन और दुशासन ने भीम को गंगा नदी में डाल दिया। Noida News
भीम अचेतावस्था में नागलोग पहुँच गए।  वहाँ एक मानव को देखकर नाग भीम को डंसने लगे और उनके डंसने से जब भीम पर से विष का असर कम हुआ और उन्हें होश आया तो वे सर्पों को मारने लगे।
सभी सर्प डरकर नागराज वासुकि के पास पहुंचे और सारी बात बतायी।  तब नागराज वासुकि स्वयं भीम के पास आये।  उनके साथ मौजूद आर्यक नाग ने भीमसेन को पहचान लिया।
आर्यक नाग भीम के नाना का नाना थे।  वे भीम से बड़े ही प्रेम से मिले।  तब आर्यक ने वासुकि से कहा कि भीम को उन कुंडों रास पीने की आज्ञा दी जाए जिसमें दस हजार हाथियों का बल है।
वासुकि ने आज्ञा दे दी और उसके बाद भीम को उस कुंड का रस पिलाया गया और उसके बाद भीम दिव्य शैया पर सो गए।  इधर दुर्योधन बहुत ही प्रसन्न था।
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सभी कौरव और पांडव शिविर की समाप्ति पर हस्तिनापुर के लिए रवाना हो गए।  पांडवों ने सोचा कि शायद भीम आगे चले गए होंगे क्योंकि वे हमेशा ही आगे रहते थे।
हस्तिनापुर पहुँचाने पर युधिष्ठिर ने माता कुंती से भीम के बारे पूछा।  तब कुंती ने भीम के न लौटने की बात कही।  कुंती भीम के अचानक गायब हो जाने बहुत ही परेशान थीं।
उन्होंने विदुर को बुलवाया और सारी बात से अवगत करवाया।  विदुर ने उन्हें सांत्वना और सैनिकों को भीम को ढूंढने के लिए भेज दिया।  इधर रास पच जाने के बाद भीम जागे और नागों ने सम्मान के साथ उन्हें गंगा के बाहर छोड़ा।
उसके बाद भीम हस्तिनापुर और उसके बाद उन्होंने माता कुंती और सभी पांडवों को पूरी बात बताई।  इस पर युधिष्ठिर उनसे यह बात किसी और को ना बताने के लिए कहा और इस तरह से भीम को दस हजार हाथियों बल प्राप्त हुआ। Read More

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