CAA और NRC को लेकर देश भर में मचे बवाल के बीच जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान से ये स्पष्ट किया
नई दिल्ली: CAA और NRC को लेकर देश भर में मचे बवाल के बीच जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान से ये स्पष्ट किया कि NRC का कोई भी जिक्र अभी नही है तो गृहमंत्री अमित शाह भी अब सफाई देने पर आ गए है। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर देशभर में हुए विरोध को लेकर अमित शाह ने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर सबसे ज्यादा उत्तर पूर्वी राज्यों में विरोध की उम्मीद थी, लेकिन वहां तुलनात्मक रूप से शांति रही। शाह ने कहा कि मेरी जानकारी के हिसाब से एक ही डिटेंशन सेंटर है, कोई और डिंटेशन सेंटर हमने शुरू नहीं किया है।

गृह मंत्री ने कहा कि देश की जनगणना का संवैधानिक प्रोविजन 10 साल में करने का है। 2011 में पिछली जनगणना हुई थी, इसलिए अगली 2021 में होनी है। जनगणना की प्रक्रिया अप्रैल 2020 में शुरु होगी। तब मकानों की मैपिंग शुरु होगी। पूरी जनगणना और NPR 2021 में होगा। साथ ही एनपीआर को लेकर कहीं पर भी देश के किसी भी नागरिक को मन में ये शंका लाने का कोई कारण नहीं है और खासकर अल्पसंख्यकों के भाई-बहनों को।
किसी को डरने की जरुरत नहीं

अमित शाह ने कहा कि NPR हमारा या हमारे घोषणापत्र का एजेंडा नहीं है। यह कांग्रेस सरकार लेकर आई थी। अच्छी योजना है, इसलिए इसे हम भी कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि NPR से लोगों को कोई तकलीफ नहीं है, यह पहले भी हो चुका है। नागरिकता कानून को लेकर जो अफवाह फैलाई गई, उससे सवाल खड़ा हो गया है। अब नागरिकता कानून का विरोध खत्म हो रहा है, इसलिए इसको लेकर विवाद खड़ा करने की कोशिश है।
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