JNU (जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी) हो या देश का कोई भी बड़ा शिक्षण संस्थान हो सभी जगह CAA का विरोध किया गया।
कई दिन बीत चुके हैं लेकिन CAA (नागरिकता संशोधन कानून) को लेकर अभी तक बवाल खत्म नहीं हुआ है। Delhi (दिल्ली) के Jamia Millia Islamia (जामिया मिल्लिया इस्लामिया) से शुरू हुए प्रदर्शन धीरे-धीरे पूरे देश में फैलता चला गया। कई जगह इस प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया। जामिया यूनिवर्सिटी हो AMU (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) हो या JNU (जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी) हो या देश का कोई भी बड़ा शिक्षण संस्थान हो सभी जगह नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया गया। दिल्ली का Shaheen Bagh (शाहीन बाग) तो पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका है। यहां पर हजारों औरतें नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरने पर बैठी हुई हैं। यूरोपीय यूनियन की संसद ने CAA (सीएए) पर बड़ा फैसला ले लिया है।
जानकारी के लिए बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को सबसे पहले गृह मंत्री Amit Shah (अमित शाह) ने लोकसभा में पास कराया और उसके बाद यह बिल विधानसभा में भी पास हो कर सबके सामने आया, लेकिन जैसे-जैसे यह बिल लोगों को समझ में आने लगा तो इस बिल को लेकर बवाल बढ़ने लगा। इस बिल के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। बहुत कोशिशों के बाद भी केंद्र सरकार लोगों को समझा नहीं पा रही है। ज्यादातर लोग नागरिकता संशोधन कानून का विरोध ही कर रहे हैं। Read More
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