मकर संक्रांति के पर्व को साधारण शब्दों में सूर्य को नवग्रहों का राजा माना जाता है
Lohri (लोहड़ी) के बाद Makar Sankranti (मकर संक्रांति) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 14 जनवरी की बजाय 15 जनवरी को मनाया जाएगा। इस पर्व को साधारण शब्दों में समझे तो, Sun (सूर्य) को नवग्रहों का राजा माना जाता है और ये पिता और सरकारी नौकरी का कारक है। सूर्य को सिंह- राशि का मालिकाना हक प्राप्त है। जब सूर्य, मकर राशि में प्रवेश करता है तो उसे मकर संक्रांति कहते हैं। यानी सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना ही संक्रांति हैं।
इस पर्व को कई स्थानों पर Khichdi (खिचड़ी) भी कहा जाता हैं। इस दिन दान करना बड़ा ही लाभकारी माना जाता है। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कब है इस पर्व का शुभ मुहूर्त, क्या करें दान और कुछ ऐसी खास बातें, जिन्हें अपनाकर आप इस पर्व पर अपनी किस्मत चमका सकते हैं। Read More
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