भारत के विदेश मंत्रालय ने Turkey के राष्ट्रपति के बयान पर कहा, कि वह भारत के अंदरूनी मामले में दखल न दे।
पाकिस्तानी संसद में Kashmir (कश्मीर) मसले को लेकर बयानबाजी करने वाले Turkey (तुर्की) के राष्ट्रपति Recep Tayyip Erdoğan (रजब तैयब एर्दोआन) को India (भारत) ने जवाब दिया है। भारत के MEA (विदेश मंत्रालय) ने तुर्की के राष्ट्रपति के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वह भारत के अंदरूनी मामले में दखल न दे। इसके साथ भारतीय विदेश मंत्री की तरफ से ये भी कहा गया कि तुर्की को Pakistan (पाकिस्तान) के आतंकवाद पर ध्यान देने की जरूरत है।
दरअसल, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने पाकिस्तान दौरे पर थे जहां उन्होंने कहा था, “हमारे कश्मीरी भाइयों बहनों ने दशकों तक परेशानियां झेली हैं और हाल के समय में लिये गये एकपक्षीय कदमों के कारण समस्याएं और बढ़ गयी हैं।” उन्होंने अपने संबोधन में कहा था, “कश्मीरियों के संघर्ष की तुलना प्रथम विश्व युद्ध के दौरान विदेशी शासन के खिलाफ तुर्कों की लड़ाई से की।” जिसके जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति द्वारा दिए गए सभी संदर्भों को भारत खारिज करता है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है जो उससे कभी अलग नहीं हो सकता।
जम्मू-कश्मीर पर एर्दोआन के बयान को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता Ravish Kumar (रवीश कुमार) ने कहा, “भारत जम्मू-कश्मीर के संबंध में दिए गए सभी संदर्भों को खारिज करता है। वह भारत का अभिन्न अंग है जो उससे कभी अलग नहीं हो सकता।’ उन्होंने कहा, ‘हम तुर्क नेतृत्व से अनुरोध करते हैं कि वह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप ना करे और भारत और क्षेत्र के लिए पाकिस्तान से उत्पन्न आतंकवाद के गंभीर खतरे सहित अन्य तथ्यों की उचित समझ विकसित करे।” Read More
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