
बुधवार को फुटबॉल के जादूगर खिलाड़ी डिएगो माराडोना का 60 साल की उम्र में देहांत हो गया। आपको बता दें कि गरीब परिवार में जन्मे माराडोना ने अपने जीवन में जो हासिल किया उसकी कई खिलाड़ी बस कल्पना ही कर सकते है। फुटबॉल मैदान के बाहर माराडोना अपनी जीवन शैली, कोकीन-शराब की लत और कई बच्चों के चलते हमेशा सुर्खियों में बने रहे। अद्भभुत प्रतिभा के धनी माराडोना को कुछ लोग ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले से भी शानदार खिलाड़ी मानते हैं।
माराडोना का जन्म 1960 में अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स के झुग्गी-झोपड़ियों वाले एक कस्बे लानुस में हुआ था। माराडोना सीनियर के आठ संतानों में माराडोना उनके पांचवें बच्चे थे। माराडोना का बचपन बेहद गरीबी में गुजरा। उनके पिता आस-पास के गांवों घूम-घूमकर मवेशी बेचा करते थे। बाद में उन्होंने एक केमिकल फैक्ट्री में नौकरी की। माराडोना सिर्फ 15 वर्ष की आयु में ही सुपरस्टार बन चुके थे। उन्होंने सिर्फ 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल जगत में कदम रख दिया था। फुटबॉल जगत के इतिहास में माराडोना और मेस्सी ही ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने फीफा अंडर 20 वर्ल्ड कप और वर्ल्ड कप में गोल्डन बॉल का खिताब जीता है।
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