
राष्ट्रगान की अंतिम दो लाइनों में कन्हैया कुमार ने झोल कर दिया।
Bihar (बिहार) की राजधानी Patna (पटना) में हुई JNU (जवाहर लाल नेहरू) छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता Kanhaiya Kumar (कन्हैया कुमार) की ‘संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ’ रैली विवादों की रैली में तबदील हो गई है। कन्हैया कुमार की इस रैली में कई ऐसे मौके आए जब मंच पर मौजूद कन्हैया और रैली में शामिल होने आए अन्य नेताओं ने भाषा की मर्यादा को लांघ दिया।
सबसे पहले बात करें CPI नेता कन्हैया कुमार की, जिन्होंने सबसे आखिर में अपना भाषण दिया। कन्हैया कुमार ने अपने संबोधन की शुरुआत करने से पहले गांधी मैदान में मौजूद सभी लोगों से खड़े होकर एक आवाज में National anthem (राष्ट्रगान) गाने की अपील की और फिर राष्ट्रगान शुरू किया। लेकिन कहानी में ट्वीस्ट तब आया जब राष्ट्रगान की अंतिम दो लाइनों में कन्हैया कुमार ने झोल कर दिया। उन्होंने “जन गण मंगल” के बदले “जन मन गण” गा दिया।
वहीं इसके साथ ही एक विवाद कन्हैया कुमार के भाषण से पहले तब हुआ। जब मंच पर करीब 6 से 7 साल के बच्चे ने देश के मौजूदा स्थिति पर चार पंक्तियां सुनाते हुए आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में “नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए। बच्चे के मुंह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे सुन मंच पर उपस्थित कुछ लोगों ने इस पर सहमति जताई लेकिन कन्हैया कुमार ने तो बच्चे को पास बुलाकर गले से ही लगा लिया। इतना ही नहीं कन्हैया कुमार की इस महारैली में शामिल होने आए महात्मा गांधी के परपोते Tushar Gandhi (तुषार गांधी) तो CAA (नागरिकता कानून), NPR (एनपीआर), NRC (एनआरसी) की तुलना महात्मा गांधी के सीने में उतारी गई उन तीन गोलियों से कर दी जो नाथूराम गोडसे ने चलाई थी।
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