सात बार कांग्रेस ने की है जीत हासिल
रघुनाथपुर विधानसभा सीट इस सीट पर 7 बार हासिल करने वाली सीट पर काँग्रेस के हाथ 20 साल से खाली है 1952 के पहले चुनाव में कांग्रेस के रामानन्द यादव विधायक बने थे। तब से लेकर अब तक यहां से कुल 7 बार कांग्रेस प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। 1952, 1962 व 1969 में कांग्रेस के रामानन्द जीते।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
यह सीट सिवान लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. जेडीयू नेता कविता सिंह यहां की वर्तमान सांसद हैं और RJD नेता हरिशंकर यादव रघुनाथपुर विधान सभा के वर्तमान विधायक हैं. इस सीट के राजनीतिक पृष्ठभूमि को देखने पर पता चलता है कि 1951 और उसके बाद के 5 चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस और सोशलिस्ट पार्टियों का कब्जा था. लेकिन जनता पार्टी के आने के बाद कांग्रेस के वोट बैंक में बड़ा सेंध लगा और नतीजा ये हुआ कि कांग्रेस की चीर प्रतिद्वंद्वी के रूप में जनता पार्टी ने सोशलिस्ट पार्टी की जगह ले ली.
1977 में जनता पार्टी के उम्मीदवार बिक्रम कौर ने इस सीट से जीत हासिल की. हालांकि, इसके बाद लगातार तीन बार यह सीट कांग्रेस के पाले में गई. लेकिन मजबूत जनधार वाली कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर साल 2000 में जीत मिली थी.आपको बता दे इस सीट से रामदेव सिंह दो बार 1957 और 1967 में विधायक चुने गए। जबकि 1972 में श्रीनिवासन सिंह विधायक चुने गए थे। 1977 में विक्रम कुंवर विधायक बने। 1980, 1985 और 1990 में जीत की हैट्रिक लगाने वाले कांग्रेस के वरीय नेता और वर्तमान में मांझी विधानसभा क्षेत्र से विधायक विजय शंकर दुबे ने अंतिम बार 2000 में यहां से जीत दर्ज की थी। फरवरी 2005 और अक्टूबर 2005 के विधानसभा चुनाव में उन्हें करारी हार मिली तो पार्टी ने यहां से अपना उम्मीदवार खड़ा ही नहीं किया। Read more
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